कोरबा में बजाज फाइनेंस की “जबरन वसूली” पर पुलिस की सख्त कार्रवाई: ब्रांच मैनेजर समेत 3 कर्मचारी हिरासत में
कोरबा, छत्तीसगढ़। 0% ब्याज दर पर आसान किस्तों में लोन देने का दावा करने वाली बजाज फाइनेंस कंपनी इस बार अपने कर्मचारियों की जबरन वसूली और मारपीट के चलते विवादों में आ गई है। कोरबा ब्रांच के मैनेजर समेत तीन कर्मचारियों को सीएसईबी पुलिस सहायता केंद्र की टीम ने हिरासत में ले लिया है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और कानूनी प्रक्रिया जारी है।
क्या है मामला?
तुलसी नगर निवासी एक दंपति ने बजाज फाइनेंस से लगभग ₹60,000 से ₹70,000 का पर्सनल लोन लिया था। तीन महीने से EMI का भुगतान न होने पर कंपनी की रिकवरी टीम सक्रिय हुई।
टीपी नगर क्षेत्र में जब पति दिखाई दिया, तो बजाज फाइनेंस के रिकवरी कर्मचारियों ने कथित तौर पर उसे बीच सड़क से जबरन उठा लिया और कार्यालय ले जाकर मैनेजर के सामने पेश किया।
दंपति का आरोप: धमकाया, पीटा और प्रताड़ित किया गया
पीड़ित पक्ष का आरोप है कि कंपनी दफ्तर में लोनधारी के साथ धक्का-मुक्की, मारपीट और धमकी दी गई। जब पति को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाकर ले जाया गया, तो डरी-सहमी पत्नी ने तत्काल सीएसईबी पुलिस सहायता केंद्र जाकर घटना की शिकायत दर्ज कराई।