तीन महीने की कैद, न कोई डॉक्टर, न दवा—आस्था की आड़ में नाबालिग की संदिग्ध मौत

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के सुरसाबांधा गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां इलाज के नाम पर एक नाबालिग को तीन महीने तक बंधक बनाकर रखने और कथित रूप से धर्मांतरण की कोशिश का आरोप लगा है। परिजनों का कहना है कि सही इलाज न मिलने और संदिग्ध हालातों में नाबालिग की मौत हो गई।

घटना राजिम थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सुरसाबांधा गांव की है। मृतिका के परिजनों ने गांव की महिला ईस्वरी साहू पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों के मुताबिक, ईस्वरी साहू ने नाबालिग को शैतान का भय दिखाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और इलाज के नाम पर उसे अपने कब्जे में रखा।

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