कोरबा: देवपहरी में हिंगलाज माता का भव्य दरबार सजाया गया, अखंड ज्योति कलश की स्थापना
कोरबा। पाकिस्तान के बलूचिस्तान स्थित 51 शक्तिपीठों में से एक हिंगलाज देवी का प्रतिष्ठित मंदिर अब कोरबा के देवपहरी में स्थापित किया गया है। देवपहरी का गोमुखी धाम, जिसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) द्वारा संचालित किया जाता है, सामाजिक और शैक्षणिक कार्यों के लिए जाना जाता है। यहां बच्चों की पढ़ाई और आदिवासी समुदाय के उत्थान के लिए भी कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
सिद्धिदात्री देवी के मंदिर का निर्माण साल 2002 में हुआ था और तब से ही आसपास के 40 गांवों के लोग नवरात्रि में हिंगलाज देवी की उपासना करते आ रहे हैं।
इस वर्ष के आयोजन की खासियत
इस वर्ष दुर्गा पूजा के अवसर पर देवपहरी में हिंगलाजगढ़ का निर्माण किया गया। आयोजन में चारों ओर किले जैसी ठोस और आकर्षक संरचना तैयार की गई, जिसके भीतर हिंगलाज देवी की स्थापना की गई।
संगठन के अनुसार, यहां देश के पांच शक्तिपीठों से लाई गई जलती हुई ज्योति को एकत्रित कर अखंड ज्योति कलश की स्थापना की गई है।
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छठवीं ज्योति: गोमुखी धाम की सिद्धिदात्री देवी के नाम
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सातवीं ज्योति: प्रतीकात्मक रूप से स्थापित
इस आयोजन से न केवल धार्मिक महत्व बढ़ा है, बल्कि स्थानीय लोगों में उत्साह और आस्था का भी वातावरण देखने को मिला।









