वेतन बढ़ा, तो निवेश भी बढ़ाएं! SIP में वृद्धि से बनाएं भविष्य को और सुरक्षित : प्रीती अग्रवाल

कोरबा.अप्रैल-जून का समय सिर्फ वेतन वृद्धि का नहीं, बल्कि अपने भविष्य को आर्थिक रूप से और मजबूत बनाने का भी है। म्यूचुअल फंड विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे-जैसे आपकी आमदनी बढ़ती है, वैसे-वैसे आपको अपनी SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) यानी व्यवस्थित निवेश योजना में भी बढ़ोतरी करनी चाहिए।

आजकल ज्यादातर वेतनभोगी कर्मचारी अपनी मासिक आय का एक हिस्सा SIP में निवेश करते हैं, जिससे वे अपने दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों — जैसे घर खरीदना, बच्चों की शिक्षा या सेवानिवृत्ति — को पूरा कर सकें। उदाहरण के लिए, जो कर्मचारी हर महीने ₹1 लाख कमाता है, वह ₹25,000 तक की राशि म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकता है। लेकिन सवाल यह है कि जब वेतन बढ़ता है, तो SIP क्यों नहीं?

वित्तीय योजनाकारों के अनुसार, महंगाई हर साल बढ़ती है, और इसी तरह आपके जीवन के लक्ष्य भी महंगे होते जाते हैं। ऐसे में यदि निवेश की राशि स्थिर रहती है, तो वह भविष्य की जरूरतों को पूरा करने में नाकाफी हो सकती है। इसी कारण SIP में भी सालाना वृद्धि करना जरूरी है — जिसे Step-up SIP भी कहा जाता है।

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