भारत का निवेशी जागरण: SIPs, जनरेशन जेड और 300 लाख करोड़ का म्यूचुअल फंड सपना: CWM Preeti Agarwal
भारत का रिटेल निवेश परिदृश्य अगले दशक में बेहद तेजी से बढ़ने वाला है। The Finocrats की रिपोर्ट के मुताबिक, 2035 तक म्यूचुअल फंड की कुल संपत्ति 300 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, अगले दस साल में घरेलू परिवारों में म्यूचुअल फंड की पहुंच 10% से बढ़कर 20% होगी और यह विस्तार मुख्यतः टॉप 30 शहरों से आगे के बड़े और मध्यम वर्ग के परिवारों से आएगा। रिपोर्ट में बताया गया है कि लंबी अवधि के निवेश का हिस्सा भी बढ़ रहा है। पांच साल से अधिक के होल्डिंग्स उद्योग की कुल संपत्ति में 7% से बढ़कर 16% हो गए हैं और SIP होल्डिंग्स भी 12% से बढ़कर 21% हो गई हैं। यह निवेशकों की बढ़ती भरोसे और आत्मविश्वास को दर्शाता है। The Finocrats कंपनी के भारत प्रमुख के मुताबिक, भारतीय परिवार धीरे-धीरे बचत से निवेश की ओर बढ़ रहे हैं और म्यूचुअल फंड नए वर्षों में सबसे तेजी से बढ़ने वाले एसेट क्लास बन रहे हैं।
अब Gen Z और मिलेनियल्स के बीच निवेश बढ़ रहा है। लगभग 9 करोड़ नए निवेशक इन दो वर्गों से आएंगे। B30 शहरों से नए SIP रजिस्ट्रेशन का 55-60% हिस्सा आ रहा है और टॉप 110 शहरों से बाहर के शहरों का म्यूचुअल फंड AUM में योगदान 10% से बढ़कर 19% हो गया है। महिला निवेशकों की भागीदारी भी बढ़कर 25% तक पहुंच गई है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने निवेश को और आसान, पारदर्शी और आदत में बदल दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, यह बढ़ता निवेश भारत के आर्थिक विकास, कंपनियों को गहराई से पूंजी उपलब्ध कराने, नौकरियों के निर्माण और बाजार की स्थिरता में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत अब एक और समावेशी, मजबूत और स्थिर पूंजी बाजार की ओर बढ़ रहा है।









