भारतीय शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड और बीमा सेक्टर: जून 2025 का विश्लेषण: प्रीति अग्रवाल
शेयर बाजार की ताज़ा स्थिति जून 2025 में भारतीय शेयर बाजार ने वैश्विक अस्थिरता के बावजूद शानदार प्रदर्शन किया है। भारत ने पिछले तीन महीनों में 16% रिटर्न के साथ दुनिया के अन्य प्रमुख बाजारों को पीछे छोड़ दिया है, जबकि उभरते बाजारों में यह आंकड़ा 5% और विकसित बाजारों में केवल 2% रहा। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने अब तक 1.2 लाख करोड़ रुपये निकाले हैं, लेकिन घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 3.4 लाख करोड़ रुपये की भारी पूंजी बाजार में डाली है, जिससे बाजार में स्थिरता बनी रही।
म्यूचुअल फंड सेक्टर में तेज़ी
भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग ने 20% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) के साथ रिकॉर्ड ऊँचाई छुई है। उद्योग का कुल AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) 72.2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। छोटे शहरों और खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ रही है। SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) खातों और निवेश में भी वृद्धि देखी गई है। हाल ही में कई नई योजनाएँ और ETF लॉन्च हुए हैं, जैसे Mirae Asset Nifty India Internet ETF, जिससे निवेशकों को विविधता और डिजिटल इंडिया थीम का लाभ मिल रहा है।
बीमा उद्योग की प्रगति
बीमा उद्योग ने भी जबरदस्त ग्रोथ दिखाई है, जिसमें पिछले नौ वर्षों में 32% से 34% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है। स्वास्थ्य बीमा की मांग तेजी से बढ़ रही है, खासकर कोविड के बाद। अब एक तिहाई भारतीय उपभोक्ता स्वास्थ्य खर्चों से सुरक्षा के लिए बीमा को प्राथमिकता दे रहे हैं। मोटर बीमा बाजार भी 2030 तक 21.5 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है, जिसमें यात्री वाहनों की बिक्री में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई है।