Maruti बंद करने जा रही प्रीमियम सेडान कार Ciaz, हो सकती है ये 3 वजह

मारुति सुजुकी की तरफ से भारतीय बाजार में मिड साइज सेडान सेगमेंट में पेश की जाने वाली Maruti Ciaz का प्रोडक्शन बंद होने जा रहा है। इसे अप्रैल 2025 में भारतीय बाजार में पूरी तरह से बंद किया जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसका उत्पादन मार्च 2025 तक बंद हो जाएगा, और अप्रैल तक बिक्री बंद होने की उम्मीद है। सियाज को 2014 में SX4 की जगह पर लॉन्च किया गया था। इसे शुरुआत में तो काफी सफलता मिली और यह होंडा सिटी और हुंडई वर्ना के मुकाबले अपने सेगमेंट में सबसे आगे भी रह चुकी है। आइए जानते हैं कि Maruti Ciaz के भारत में बंद होने की पीछे की वजह क्या हो सकती है।

भारतीय बाजार में सेडान सेगमेंट का हाल

साल 2015 में जहां सेडान भारत में कार बाजार का 20 प्रतिशत हिस्सा रखता था, जो साल 2024 तक आने तक गिरकर अब 10 प्रतिशत हो गया है। वहीं, हाल के समय में SUV की बिक्री का आंकड़ा 50 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है। मिड साइज सेडान सेगमेंट में एक समय में जो कभी होंडा, हुंडई और मारुति जैसे ब्रांडों ने अपना कब्जा बनाकर रखा था वह अब काफी कम हो गया है। इतना ही नहीं, जहां मारुति सुजुकी की हिस्सेदारी 2017-18 में 35-40 प्रतिशत हुआ करती थी वो अब कम होकर 11 प्रतिशत पर पहुंच गई है।

Maruti Ciaz की बिक्री का हाल

पहले हम मिड साइज सेडान सेगमेंट की बिक्री की बात कर लेते हैं। वित्त वर्ष 2018 में इस सेगमेंट की बिक्री 1,73,374 गाड़ियों तक पहुंच गई थी, जो जो वित्त वर्ष 24 में लगातार घटकर 97,466 गाड़ियों तक पहुंची है। अब बात करते हैं सियाज की बिक्री की। मासिक आधार पर इसकी बिक्री अक्टूबर में 659 यूनिट, नवंबर में 597 और दिसंबर 2024 में 464 यूनिट ही हुई, जो संख्या काफी कम है। वहीं, वित्त वर्ष 25 के पहले नौ महीनों में कुल 5,861 गाड़ियों की ही बिक्री हुई। इसकी साल दर साल बिक्री में 34 प्रतिशत की गिरावट देखने के लिए मिली है।

1. डीजल इंजन को बंद करना

मारुति सुजुकी ने साल 2020 में Maruti Ciaz को भारतीय डीजल बाजार से बाहर निकाल दिया यानी इसके डीजल इंजन को बंद कर दिया। इसके पीछे का कारण सियाज के लिए इन-हाउस-डेवलप 1.5 DDiS डीजल इंजन लॉन्च करने के ठीक एक साल बाद BS6 उत्सर्जन का नया नियम आ जाना था। जिसके मानकों को यह पूरा नहीं कर पाई और उस वजह से इसके इंजन को बंद कर दिया गया। इसकी वजह से सेडान का केवल 1.5-लीटर पेट्रोल ऑप्शन ही लोगों के लिए उपलब्ध रहा, जबकि इसकी बिक्री का 30 प्रतिशत हिस्सा केवल डीजल इंजन से आता था।

2. 2018 के बाद से नहीं मिला कोई अपडेट

इसकी बिक्री गिरने के पीछे का एक कारण इसे समय-समय पर अपडेट नहीं करना भी है। इसे आखिरीबार साल 2018 में अपडेट किया गया था। वहीं, इसके प्रतिद्वंद्वियों ने अपने मॉडलों को ADAS, सनरूफ, डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और टर्बो-पेट्रोल इंजन के साथ अपडेट कर दिया। वहीं, सियाज को मारुति ने एस्पिरेटेड इंजन जारी रखा। इसकी वजह से इसके ग्राहक दूसरे मॉडलों की तरफ रूख कर गए और इसकी सेल गिरती चली गई।

3. लोगों का SUV की तरफ रुख

भारतीय बाजार में ज्यादातर ग्राहक अब SUV लेने के बारे में विचार करते हैं, जिसे देखते हुए मारुति सुजुकी ने भी अपना ध्यान एसयूवी की तरफ केंद्रित किया। इसके तहत कंपनी ने भारतीय बाजार में जिम्नी, ग्रैंड विटारा और फ्रोंक्स जैसे मॉडल को उतारा। मारुति ने एसयूवी सेगमेंट में भी अपना दबदबा बनाए रखा जिसका भी असर सेडान कार सियाज पर पड़ा।

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